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  • MOST IMPORTANT QUESTIONS & ANSWERS

    CBSE BOARD EXAM

    CLASS-X

    SOCIAL SCIENCE

    प्रश्न 1. सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के बहुआयामी पहलुओं की जांच कीजिए।

    अथवा

    भारत के सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग का आर्थिक विकास में क्या महत्व है? वर्णन कीजिए।

    उत्तर. भारत के सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के आर्थिक विकास में महत्व को हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं-

    1. यह उद्योग वर्तमान समय में सर्वाधिक संख्या में रोजगार प्रदान कर रहा है।

    2. इस उद्योग क्षेत्र में महिलाओं की संख्या भी निरंतर बढ़ती जा रही है जो कि एक सकारात्मक उपलब्धि है।

    3. इन उद्योगों के माध्यम से विदेशी मुद्रा की प्राप्ति भी अत्यधिक होती है।

    4. इन उद्योगों की एक विशेषता यह भी है कि इनमें कार्य करने वाले लोगों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जो देश के विकास के लिए एक अच्छा सूचक है।

    5. यह उद्योग क्षेत्र आंकड़े इकट्ठा करने और उनका प्रयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    प्रश्न 2. भारत की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा अभी भी ऋण के अनौपचारिक स्त्रोतों पर ही निर्भर है। कथन की व्याख्या कीजिए।

    उत्तर. भारत की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा अभी भी ऋण के अनौपचारिक स्त्रोतों पर ही निर्भर है यह कथन पूरी तरह से सत्य है और इसके लिए बहुत से कारण जिम्मेदार है। ऋण के अनौपचारिक स्त्रोतों का अर्थ होता है जब कोई व्यक्ति अपने किसी मित्र, रिश्तेदार, सेठ, साहूकार या पड़ोसी से ऋण लेता है तो इसे ऋण के अनौपचारिक स्त्रोत कहते हैं। भारत में अभी भी ऋण के अनौपचारिक स्त्रोतों पर निर्भरता के निम्नलिखित कारण है -

    1. ऋण का यह तरीका बहुत ही आसान होता है क्योंकि इसमें अनावश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता नहीं होती है।

    2. ऋण का यह तरीका किसी भी प्रकार के समर्थक ऋण आधार अर्थात गिरवी रखने के लिए कुछ भी नहीं मांगता।

    3. ऋण लेने का यह तरीका बहुत आसान है और व्यक्ति को बहुत आसानी से धन प्राप्त हो जाता है।

    4. बैंकों से धन लेने के लिए अत्यधिक दस्तावेजों की आवश्यकता होती है और सामान्य व्यक्ति के लिए बैंक से ऋण लेना कठिन हो जाता है।

    5. भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण के औपचारिक स्रोतों की उपलब्धता अभी भी नाम मात्र की है।

    प्रश्न 3. कृषि और उद्योग एक दूसरे के पूरक हैं। इस कथन को स्पष्ट कीजिए।

    उत्तर. कृषि और उद्योग एक दूसरे के पूरक हैं क्योंकि दोनों एक दूसरे को सहायता पहुंचाते हैं और एक-दूसरे के विकास के लिए जरूरी है। कृषि और उद्योग एक दूसरे के पूरक हैं जिसे हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं -

    1. कृषि उद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराता है।

    2. कृषि के माध्यम से ही चीनी मिलों को गन्ना प्राप्त होता है।

    3. विभिन्न प्रकार के उपयोग भी कृषि को विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्र प्रदान करते हैं जो कृषि को सुविधाजनक बनाने में सहायक होते हैं।

    4. विभिन्न प्रकार की उद्योग ही कृषि को सेवाएं प्रदान करते हैं जिसके माध्यम से कृषि उत्पाद बाजारों तक आसानी से पहुंच पाता है।

    5. कृषि में प्रयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के खाद्य उर्वरक भी उद्योग में ही विकसित होते हैं।

    6. विभिन्न प्रकार की उद्योग कीटनाशकों का उत्पादन करके कृषि में सहायता प्रदान करते हैं।

    प्रश्न 4. फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने फ्रांसीसी लोगों में सामूहिक पहचान की भावना किस प्रकार उत्पन्न की?

    उत्तर. फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने फ्रांसीसी लोगों में सामूहिक पहचान की भावना को उत्पन्न करने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल किया जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं -

    1. नई फ्रांसीसी झंडे का चुनाव किया गया।

    2. फ्रेंच भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया गया।

    3. आंतरिक आयात निर्यात शुल्क को समाप्त कर दिया गया।

    4. नेशनल असेंबली का चुनाव सक्रिय नागरिक समूह के द्वारा किया जाने लगा।

    5. नापतोल की एक समान प्रणाली लागू की गई।

    प्रश्न 5. जर्मनी के एकीकरण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।

    उत्तर. जर्मनी के एकीकरण की प्रक्रिया को हम लिखित बिंदुओं के माध्यम से आसानी से समझ सकते हैं -

    1. विलियम प्रथम प्रशा के सिंहासन पर आसीन हुए।

    2. उनके प्रमुख मंत्री ऑटोवन बिस्मार्क ने प्रशा की सेना और नौकरशाही की सहायता ली।

    3. ऑटोवन बिस्मार्क ने 7 वर्ष के दौरान फ्रांस, ऑस्ट्रिया और डेनमार्क से 3 युद्धों में प्रशा को जीत दिलाई।

    4. वर्साय के शीशमहल में वर्ष 1871 में विलियम प्रथम को जर्मन सम्राट बनाया गया।

    5. इसके बाद प्रशा ने राष्ट्रीय एकीकरण के आंदोलन का नेतृत्व संभाला।

    प्रश्न 6. नेपोलियन बोनापार्ट ने प्रशासनिक क्षेत्र में क्रांतिकारी सिद्धांतों का समावेश किया जिसने पूरी व्यवस्था को अधिक कुशल वे तर्कसंगत बना दिया। कथन की समीक्षा कीजिए।

    उत्तर. नेपोलियन बोनापार्ट वास्तव में एक बहुत ही कुशल प्रशासक था उसने सत्ता प्राप्त करते ही कुछ क्रांतिकारी सिद्धांतों को लागू किया जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं -

    1. नेपोलियन बोनापार्ट ने देश में एक राष्ट्रीय मुद्रा का प्रचलन चालू किया।

    2. सामंती व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया।

    3. नेपोलियन बोनापार्ट ने जन्म पर आधारित विशेष अधिकारों को भी समाप्त कर दिया।

    4. कानून के समक्ष सभी के बराबर के अधिकार को और अधिक सुरक्षित किया गया।

    5. नेपोलियन बोनापार्ट ने देश की व्यवस्था को सुधारने के लिए संचार और यातायात व्यवस्था को और अधिक कुशल बनाया।

    प्रश्न 7. भारतीय रिजर्व बैंक की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।

    अथवा

    भारतीय रिजर्व बैंक बैंकों का बैंक के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करता है। व्याख्या कीजिए।

    उत्तर. भारतीय रिजर्व बैंक भारत का केंद्रीय बैंक है और यह बैंकों का बैंक भी कहलाता है। भारतीय अर्थव्यवस्था में भारतीय रिजर्व बैंक की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिसे हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं -

    1. भारतीय रिजर्व बैंक भारत सरकार की तरफ से मुद्रा जारी करने का विशेष कार्य करता है।

    2. भारतीय रिजर्व बैंक का एक महत्वपूर्ण कार्य अन्य बैंकों की कार्यप्रणाली पर नजर रखना और उन्हें निर्देश देना भी है।

    3. भारतीय रिजर्व बैंक विभिन्न प्रकार की ब्याज दरों को निर्धारित करता है और ऋण की शर्तों की भी निगरानी करता है।

    4. भारतीय रिजर्व बैंक विभिन्न बैंकों के पास कितना धन है इसकी जानकारी भी रखता है।

    5. भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति भी बनाता है और उसकी समीक्षा भी करता है।

    6. भारतीय रिजर्व बैंक सरकार के बैंक के रूप में भी कार्य करता है।

    प्रश्न 8. स्वयं सहायता समूह कर्जदार को ऋणआधार की कमी की समस्या से उबारने में किस प्रकार सहायता करते हैं?

    उत्तर. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये सदस्य लोगों के धन को इकट्ठा करते हैं और आवश्यकता पड़ने पर उन सदस्यों को उपलब्ध कराते हैं। स्वयं सहायता समूह ने निम्नलिखित तरीके से कर्जदार को ऋण आधार की कमी की समस्या से उबरने में सहायता की है-

    1. स्वयं सहायता समूह सदस्यों की जमा पूंजी इकट्ठा करते हैं।

    2. सदस्यों को बिना किसी जनाधार के ऋण प्रदान करते हैं।

    3. कम ब्याज दर पर ऋण देने से और भुगतान की प्रक्रिया आसान होने से सदस्य ऋण जाल में नहीं फंसते हैं।

    4. स्वयं सहायता समूह ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को भी इस कार्य में शामिल करते हैं।

    5. ग्रामीण लोगों को उनकी छोटी-छोटी आवश्यकता पर यह स्वयं सहायता समूह उनकी आर्थिक मदद करते हैं।

    प्रश्न 9. राजनीतिक दल लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। इस कथन की समीक्षा कीजिए।

    उत्तर. बिना राजनीतिक दल के लोकतंत्र की कल्पना करना मूर्खता होगा। राजनीतिक दल लोकतंत्र का आधार है। राजनीतिक दल लोकतंत्र के लिए निम्नलिखित तरीके से बहुत आवश्यक है-

    1. सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दल का होना बहुत ही आवश्यक होता है।

    2. राजनीतिक दल जनमत का निर्माण करते हैं।

    3. राजनीतिक दल सरकार बनाते हैं और जन कल्याण के कार्य करते हैं।

    4. राजनीतिक दल चुनाव में लोगों को विकल्प प्रदान करते हैं।

    5. राजनीतिक दल विपक्ष की एक महत्वपूर्ण भूमिका का भी निर्वहन करते हैं।

    6. राजनीतिक दल विविधता वाले समाज में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने में सहायक होते हैं।

    7. राजनीतिक दल सरकार की गलत नीतियों की आलोचना करते हैं और जनता के समक्ष लाते हैं।

    प्रश्न 10. क्या आप मानते हैं कि लोकतांत्रिक सरकार एक श्रेष्ठ सरकार होती है? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दीजिए।

    उत्तर. लोकतांत्रिक सरकार एक श्रेष्ठ सरकार होती है और यह जनता की सरकार होती है। लोकतांत्रिक सरकार को श्रेष्ठ सरकार बनाने के लिए निम्नलिखित तर्क दिए जा सकते हैं -

    1. लोकतांत्रिक सरकार एक वैध सरकार होती है।

    2. लोकतांत्रिक सरकार का चुनाव जनता के द्वारा किया जाता है।

    3. लोकतांत्रिक सरकार जनता के प्रति जवाबदेह होती है और अपने सभी कार्यों के लिए जनता के प्रति उत्तरदाई भी होती है।

    4. लोकतांत्रिक सरकार एक निश्चित समय के लिए चुनी जाती है और इसके बाद पुनः निर्वाचन होते हैं।

    5. लोकतांत्रिक सरकार के अंतर्गत जनता सरकार की आलोचना भी कर सकती है।


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