CLASS: IX
SUBJECT: SOCIAL SCIENCE
WORKSHEET SOLUTION: 77
DATE: 01/02/2022
SOLUTION
नाज़ीवाद और हिटलर का उदय
SOLUTION
नाज़ीवाद और हिटलर का उदय
प्रश्न 1.
प्रथम विश्व युद्ध के जर्मनी पर क्या आर्थिक प्रभाव हुए? उत्तर. प्रथम विश्वयुद्ध की जर्मनी
पर निम्नलिखित आर्थिक प्रभाव हुए 1. जर्मनी ने पहला
विश्व युद्ध कर्ज लेकर लड़ा था और युद्ध के बाद उसे स्वर्ण मुद्रा में हर्जाना
भी भरना पड़ा इसके कारण जर्मनी के स्वर्ण भंडार लगभग समाप्त होने की कगार पर आ
गए। 2. जर्मनी ने 1923 में कर्ज और हर्जाना चुकाने से मना कर दिया और जर्मनी सरकार ने इतनी
अधिक मुद्रा छाप दी की उनका मुद्रा का मूल्य तेजी से नीचे गिर गया। 3. प्रथम विश्व युद्ध
के बाद जर्मनी में चीजों की कीमतें आसमान छूने लगी और इस संकट के कारण अति
मुद्रा स्फीति की स्थिति उत्पन्न हो गई। 4. जर्मनी को डॉव्स
योजना के तहत अमेरिका द्वारा आर्थिक मदद दी जाने की व्यवस्था की गई लेकिन 1929 में अमेरिका में वॉल स्ट्रीट एक्सचेंज के धराशाई हो जाने के कारण यह
योजना भी बंद हो गई और जर्मनी पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ा। 5. जर्मनी में 1929 से 1932 तक आर्थिक मंदी की स्थिति बनी रही जिससे
बेरोजगारी, अपराध तथा चारों तरफ गहरी निराशा का माहौल बन
गया था। प्रश्न 2.
वाइमर गणराज्य के सामने क्या-क्या चुनौतियां थी? उत्तर. वाइमर गणराज्य के सामने कुछ
प्रमुख चुनौतियां निम्नलिखित थी 1. राष्ट्रीय सम्मान
को किस प्रकार से पुनः स्थापित किया जाए। 2. जर्मनी को वैश्विक
स्तर पर नवंबर के अपराधी क्या कर उसका मजाक उड़ाया जाने लगा था जो एक बहुत बड़ा
चिंता का विषय था। 3. बेरोजगारी और
महंगाई जर्मनी में बहुत तेजी से बढ़ती जा रही थी। 4. सरकार की
लोकप्रियता आम जनता में बहुत तेजी से घट रही थी। प्रश्न 3.
प्रथम विश्व युद्ध के बाद जर्मनी में आए नए राजनीतिक विचारों के
क्या कारण थे ? उत्तर. प्रथम विश्व युद्ध के बाद
जर्मनी में आए नए राजनीतिक विचारों के निम्नलिखित कारण थे 1. रूसी क्रांति से
प्रेरित होकर जर्मनी में भी राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए प्रयास किए गए। 2. जर्मनी की तत्कालीन
आर्थिक स्थिति भी नए राजनीतिक विचारों के लिए उत्तरदाई कारक था। 3. कैथोलिक गुटों
द्वारा राजनीतिक परिवर्तन के प्रयास। 4. जर्मनी का वैश्विक
स्तर पर खुलेआम उड़ाया जाने वाला मजाक। 5. राष्ट्रीय सम्मान
वापस प्राप्त करने की भावना। प्रश्न 4.
प्रथम विश्व युद्ध के बाद जर्मनी में किस तरह के सामाजिक विचारों
को प्रमुखता दी जाने लगी? उत्तर. प्रथम विश्व युद्ध के बाद
जर्मनी में निम्नलिखित तरह के सामाजिक विचारों को प्राथमिकता दी जाने लगी थी 1. जर्मनी के समाज में
सिपाहियों को आम नागरिकों के मुकाबले अधिक सम्मान दिया जाने लगा था। 2. जर्मनी में राजनेता
और प्रचारक इस बात पर जोर देते थे कि पुरुषों को आक्रामक, ताकतवर
और मर्दाना गुणों वाला होना चाहिए। 3. सार्वजनिक जीवन में
आक्रामक फौजी प्रचार और राष्ट्रीय सम्मान में प्रतिष्ठा के सामने बाकी सभी चीजें
कम महत्वपूर्ण हो गई। प्रश्न 5.
यदि कोई सरकार प्रतिवर्ष लाखों रुपए छापती रहे तो उसके क्या
परिणाम होंगे? उत्तर. यदि कोई सरकार प्रतिवर्ष
लाखों रुपए छापती रहे तो इसके कारण उस देश की मुद्रा का मूल्य गिरने लगता है
जिसके कारण वस्तुओं की कीमतें बढ़ने लगती हैं और अति मुद्रास्फीति की स्थिति
उत्पन्न हो जाती है जिसमें कीमतें बेहिसाब बढ़ जाती हैं। |