शिक्षा निदेशालय, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली
अभ्यास प्रश्न पत्र
मध्यावधि परीक्षा (2022-23)
कक्षा VIII
सामाजिक विज्ञान
सामान्य निर्देश:
i. यह प्रश्न पत्र पांच खंडों में विभाजित है- खंड क, खंड
ख, खंड ग, खंड घ, एवं खंड ड। इस प्रश्न पत्र में कुल 12 प्रश्न हैं।
ii. सभी प्रश्न अनिवार्य है, यद्यपि कुछ प्रश्नों में
आंतरिक चयन उपलब्ध है। इनमें से किसी एक प्रश्न को ही करें।
iii. प्रश्नों के सामने उनके निर्धारित अंक लिखे हुए हैं।
iv. खंड क [प्रश्न संख्या 1 (i) से (xii) में 1 अंक वाले वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न हैं।
v. खंड ख [प्रश्न संख्या 2 से 5] में
3 अंक वाले अति लघु उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न के
उत्तर 40 शब्दों से अधिक नहीं होने चाहिए।
vi. खंड ग [प्रश्न संख्या 6 एवं 7] में, 4 अंक वाले दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक
प्रश्न के उत्तर 80 शब्दों से अधिक नहीं होनी चाहिए
vii. खंड घ [प्रश्न संख्या 8 से 11] में 6 अंक वाले योग्यता आधारित/स्त्रोत आधारित
प्रश्न हैं।
viii. खंड ड [प्रश्न संख्या 12] में, एक मानचित्र आधारित प्रश्न चार अंकों का है।
ix. मानचित्र आधारित प्रश्न संख्या 12 के स्थान पर
दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए अलग से प्रश्न दिए गए हैं।
Time
Allowed : 2 Hrs. 30 Min.
Maximum
Marks 60
खंड क (1x12=12)
प्रश्न संख्या (i) से (xii) तक दिए गए निर्देश के अनुसार कीजिए।
प्रश्न संख्या (i) से (vi) तक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
प्रश्न
1.(i)
अंग्रेजो के द्वारा अवध का विलय कब किया गया था? (1)
A. 1810
B. 1825
C. 1840
D. 1856
उत्तर. D. 1856
प्रश्न
1.(ii)1857 में भारत का गवर्नर जनरल कौन था? (1)
A.लॉर्ड
कैनिंग
B.लॉर्ड
विलियम बेंटिक
C.लॉर्ड
मिंटो
D.लॉर्ड
इरविन
उत्तर. A. लॉर्ड
कैनिंग
प्रश्न
1.(iii)1857 में झांसी में विद्रोह का नेतृत्व किसने किया था? (1)
A.नाना साहब
B.वीर कुंवर
सिंह
C.रानी
लक्ष्मीबाई
D.बिरजिस
कद्र
उत्तर. C. रानी
लक्ष्मीबाई
प्रश्न
1.(iv)कटीली झाड़ियां एवं गुल्म मुख्यतः कहां उगते हैं? (1)
A.कम वर्षा
वाले शुष्क प्रदेश
B.भारी
वर्षा वाले क्षेत्र
C.सामान्य
वर्षा वाले क्षेत्र
D.इनमें से
कोई नहीं
उत्तर. A.कम
वर्षा वाले शुष्क प्रदेश
प्रश्न
1.(v)
निम्नलिखित में से किसे पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण शोधक समझा जाता
है? (1)
A. गिद्ध
B. हाथी
C. बाघ
D. हिरण
उत्तर. A. गिद्ध
प्रश्न
1.
(vi) भारतीय संसद के कौन-कौन से भाग होते हैं ? (1)
A.लोकसभा
B. राज्यसभा
C.
राष्ट्रपति
D. उपरोक्त
सभी
उत्तर. D.
उपरोक्त सभी
सही
या गलत बताइए। (प्रश्न संख्या VII - IX)
प्रश्न
1.(vii)
राष्ट्रपति राज्यसभा में 20 सदस्यों को मनोनीत
करते हैं। (1)
उत्तर. (गलत)
राष्ट्रपति राज्यसभा में 12 सदस्यों को मनोनीत करता है।
प्रश्न
1.(viii)
देश में एक से ज्यादा स्तर की सरकारों का होना संघवाद के नाम से
जाना जाता है। (1)
उत्तर. सही।
प्रश्न
1.(ix)
डॉ बी आर अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है। (1)
उत्तर. सही।
प्रश्न
संख्या ( x से xii ) रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए।
प्रश्न
1.(x)
विलय नीति_______ के द्वारा लागू किया गया था।(1)
अथवा
रानी
चेन्नम्मा _______ नामक राज्य के शासक
थी।
उत्तर. विलय नीति लॉर्ड डलहौजी के द्वारा
लागू किया गया था।
अथवा
उत्तर. रानी चेन्नम्मा कित्तूर कर्नाटक नामक
राज्य के शासक थी।
प्रश्न
1.(xi)
श्रीरंगपट्टनम के युद्ध के बाद मैसूर के ऊपर __________ संधि थोप दी गई थी। (1)
उत्तर. श्रीरंगपट्टनम के युद्ध के बाद मैसूर के ऊपर
श्रीरंगपट्टनम संधि थोप दी गई थी।
प्रश्न
1.(xii)
बक्सर का युद्ध वर्ष ______________ में लड़ा
गया था। (1)
अथवा
प्लासी
का युद्ध वर्ष _______________ में लड़ा गया
था।
उत्तर. बक्सर का युद्ध वर्ष 1764 में लड़ा
गया था।
अथवा
उत्तर. प्लासी का युद्ध वर्ष 1757 में लड़ा
गया था।
खण्ड ख (3x4=12)
लघु उत्तरीय प्रश्न ( 2 से 5 )
प्रश्न
2. किसी देश को संविधान की आवश्यकता क्यों पड़ती है? (3)
उत्तर. किसी देश को संविधान की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से
पड़ती है -
1. संविधान किसी भी देश के लिए इसलिए आवश्यक होता है क्योंकि संविधान ही यह
बताता है कि हमारे समाज का मूलभूत स्वरूप क्या है। यह उन आदर्शों को सूत्रबद्ध करता
है जिनके आधार पर नागरिक अपने देश को अपनी इच्छा और सपनों के अनुसार रच सकते हैं।
2. संविधान की आवश्यकता इसलिए भी होती है क्योंकि संविधान ही यह तय करता है
कि देश में किस प्रकार की राजनीतिक व्यवस्था होगी। संविधान के अभाव में देश में
अव्यवस्था उत्पन्न हो सकती है इसलिए हम कह सकते हैं कि किसी भी देश की राजनीतिक
व्यवस्था को निर्धारित करने में संविधान की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
3. संविधान की आवश्यकता इसलिए भी होती है क्योंकि संविधान हमें स्वयं पर
नियंत्रण रखने के लिए कार्य करता है और प्रावधान तय करता है। संविधान के इन
प्रावधानों के कारण ही हम स्वयं और बाकी लोगों को नुकसान पहुंचाने से बचते हैं।
अथवा
शक्तियों
का बंटवारा पर एक संक्षिप्त नोट लिखें।
उत्तर. शक्तियों का बंटवारा - शक्तियों के बंटवारे का अर्थ
होता है शक्तियों का विभिन्न स्तरों पर विभाजित करना। शक्तियों का बंटवारा संघीय
व्यवस्था का एक प्रमुख लक्षण है। भारत भी एक संघीय व्यवस्था वाला देश है और यहां
पर भी शक्तियों के बंटवारे को देखा जा सकता है। शक्तियों के बंटवारे को हम भारत
में केंद्र स्तर की सरकार, राज्य
स्तर की सरकार और स्थानीय स्तर की सरकारों के रूप में देख सकते हैं।
इस तरह से हम कह सकते हैं कि शक्तियों के बंटवारे का अर्थ होता है
शक्ति का एक से अधिक स्तरों में बटवारा करना। भारत में केंद्रीय सरकार संपूर्ण देश
के लिए कानून बनाने का कार्य करती है वही दूसरी तरफ राज्य सरकारें अपने-अपने
राज्यों के लिए कानून निर्माण का कार्य करती है तथा स्थानीय स्तर पर पंचायतें और
नगर निगम कानून बनाने का कार्य करते हैं।
प्रश्न
3.
सरकार को नियंत्रित करने, मार्गदर्शन देने और
जानकारी देने में भारतीय संसद की भूमिका महत्वपूर्ण है। टिप्पणी कीजिए। (3)
उत्तर. संसद - संसद देश की सर्वोच्च कानून बनाने वाली संस्था को
कहा जाता है। भारत में संसद के तीन अंग है जो कि इस प्रकार है लोकसभा, राज्यसभा और राष्ट्रपति। भारतीय संसद विभिन्न
प्रकार की भूमिकाओं का निर्माण करती है। संसद सरकार को विभिन्न प्रकार से
नियंत्रित करती है और इसके लिए संसद अविश्वास प्रस्ताव काम रोको प्रस्ताव और
प्रश्न पूछ कर सरकार के ऊपर नियंत्रण स्थापित करती है।
इसी तरह सरकार को मार्गदर्शन देने के लिए भी संसद महत्वपूर्ण
भूमिका निभाती है और समय-समय पर सरकार को विभिन्न प्रकार के दिशा निर्देशों के
द्वारा मार्गदर्शन प्रदान करती है।
संसद में विभिन्न प्रकार के विधेयक प्रस्तुत किए जाते हैं और संसद
ही एक ऐसी जगह है जहां पर सरकार को विभिन्न प्रकार की जानकारियां भी प्राप्त होती
हैं जिससे कि सरकार उचित कानून बनाने और कार्य करने में सक्षम हो पाती है।
प्रश्न
4.
भूमि संसाधन के संरक्षण के किन्हीं तीन उपायों का उल्लेख कीजिए। (3)
उत्तर. भूमि संसाधन के संरक्षण के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते
हैं -
1. वनरोपण - भूमि संसाधन के संरक्षण के लिए सबसे कारगर और महत्वपूर्ण उपाय
अधिक से अधिक मात्रा में पौधों को लगाकर किया जा सकता है। पौधे भूमि संसाधन के
संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
2. अतिचारण पर रोक - भूमि संसाधन सर्वाधिक प्रभावित करने वाले कारकों में से
एक कारक पशुओं द्वारा अति चारण भी है। यदि हम इस अति चारण की प्रक्रिया को कम कर
सकेंगे तो निश्चित ही भूमि संरक्षण में सहायता होगी।
3. रासायनिक कीटनाशक और उर्वरकों का सीमित प्रयोग- भूमि
संसाधन को रासायनिक कीटनाशक और उर्वरक भी प्रभावित करते हैं और इसके कारण मिर्जा
की उर्वरक क्षमता में कमी आती है। अतः हम रासायनिक कीटनाशकों के प्रयोग को यदि
सीमित कर दें तथा उर्वरकों का प्रयोग भी विनयमित तरीके से करें तो शायद भूमि
संसाधन के संरक्षण में सहायता प्राप्त होगी।
अथवा
जल
संरक्षण के किन्हीं तीन उपाय सुझाइए।
उत्तर. जल संसाधन पृथ्वी का एक महत्वपूर्ण संसाधन है और पृथ्वी पर
जीवन उत्पन्न करने के लिए एक आवश्यक तत्व भी है। जल संरक्षण के तीन प्रमुख उपाय इस
प्रकार हैं -
1. जल संसाधन के संरक्षण का एक प्रमुख उपाय उद्योगों और कारखानों से निकलने
वाले प्रदूषित जल को विभिन्न प्रकार की विधियों के द्वारा शोधित करके नदियों और
नालों में छोड़ा जाना चाहिए जिससे कि कम से कम जल प्रदूषण हो।
2. जल संसाधन के संरक्षण का एक तरीका वर्षा के जल को संग्रहित करना भी है
वर्षा के जल को संग्रहित करके इसका उपयोग किया जा सकता है और जल को बर्बाद होने से
रोका भी जा सकता है।
3. जल संसाधन के संरक्षण का एक तरीका यह भी है कि कृषि में विभिन्न प्रकार की
विधियों का इस्तेमाल करके सिंचाई की जानी चाहिए जैसे कि स्प्रिंकलर से सिंचाई करना
और सिंचाई की ड्रिप प्रणाली से जल का संरक्षण किया जा सकता है।
प्रश्न
5.
वन्य जीवन पर एक संक्षिप्त नोट लिखिए। (3)
उत्तर. वनस्पति और वन्य जीवन बहुमूल्य संसाधन है। वनों से हमें
इमारती लकड़ियों प्राप्त होती हैं तथा प्राणियों को आश्रय भी मिलता है इसके साथ ही
ऑक्सीजन उत्पन्न करने में भी ये एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वन्य जीवन के
अंतर्गत जंतु, पक्षी,
कीट एवं जलीय जीव सम्मिलित होते हैं। इनसे हमें दूध, मांस, खाल और उन प्राप्त होता है। कीट जैसे मधुमक्खी
हमें शहद देती है, फूलों के परागण में मदद करती है और
पारितंत्र में अपघटक के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
चिड़ियां अपने भोजन के लिए कीटों पर निर्भर है और अपघटकों के रूप में कार्य करती हैं। गिद्ध मैं
तो जीव जंतुओं को खाने के कारण एक अपमार्जक है और पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण शोधक
समझा जाता है। इसलिए हम कह सकते हैं कि वन्य जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण संसाधन है और
पारितंत्र के संतुलन में एक महत्वपूर्ण और अनिवार्य भूमिका निभाता है।
खंड ग (4x2=8)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (6 एवं 7)
प्रश्न
6.
1857 की बगावत के बाद अंग्रेजों ने कौन कौन से प्रमुख बदलाव किए?
(4)
उत्तर. 1857 की
क्रांति के बाद अंग्रेजों ने बहुत महत्वपूर्ण बदलाव की उनमें से कुछ इस प्रकार है
-
1. ब्रिटिश संसद ने 1858 मैं एक नया कानून पारित किया
और ईस्ट इंडिया कंपनी के सारे अधिकार ब्रिटिश साम्राज्य के हाथ में सौंप दिए ताकि
भारतीय मामलों को ज्यादा बेहतर ढंग से संभाला जा सके। ब्रिटिश मंत्रिमंडल के एक
सदस्य को भारत मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। उसे भारत के शासन से संबंधित
मामलों को संभालने का जिम्मा सौंपा गया। उसे सलाह देने के लिए एक परिषद का गठन
किया गया जिसे इंडिया काउंसिल कहा जाता था। भारत के गवर्नर जनरल को वायसराय का
ओहदा दिया गया। इस प्रकार उसे इंग्लैंड के राजा/रानी का निजी प्रतिनिधि घोषित कर
दिया गया। फलस्वरुप अंग्रेज सरकार ने भारत के शासन की जिम्मेदारी सीधे अपने हाथों
में ले ली।
2. देश की सभी शासकों को भरोसा दिया गया कि भविष्य में कभी भी उनके भूक्षेत्र
पर कब्जा नहीं किया जाएगा। उन्हें अपनी रियासत अपने वंशजों, यहां
तक कि दत्तक पुत्रों को सौंपने की छूट दी गई। लेकिन उन्हें इस बात के लिए प्रेरित
किया गया कि वे ब्रिटेन की रानी को अपना अधिपति स्वीकार करें। इसी तरह भारतीय
शासकों को ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन शासन चलाने की छूट दी गई।
3. सेना में भारतीय सिपाहियों का अनुपात कम करने और यूरोपीय सिपाहियों की
संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया। यह भी तय किया गया कि अवध, बिहार, मध्य भारत और दक्षिण भारत से सिपाहियों को
भर्ती करने की बजाय अब गोरखा, सिखों और पठानों में से ज्यादा
सिपाही भर्ती किए जाएंगे।
4. मुसलमानों की जमीन और संपत्ति बड़े पैमाने पर जब्त की गई। उन्हें संदेह व
शत्रुता के भाव से देखा जाने लगा। अंग्रेजों को लगता था कि यह विद्रोह उन्होंने ही
खड़ा किया था।
5. अंग्रेजों ने फैसला किया कि भारत के लोगों के धर्म और सामाजिक
रीति-रिवाजों का सम्मान करेंगे।
6. भूस्वामी और जमीदारों की रक्षा करने तथा जमीन पर उनके अधिकारों को
स्थायित्व देने के लिए नीतियां बनाई गई।
अथवा
1857 की
बगावत के प्रमुख कारण कौन-कौन से थे?
उत्तर. 1857 की
क्रांति के बहुत से कारक देखने को मिलते हैं जिन्होंने इस बगावत को प्रारंभ करने
में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार है-
1. 1857 की क्रांति के लिए एक महत्वपूर्ण कारण लॉर्ड डलहौजी की हड़प नीति था।
लॉर्ड डलहौजी कि इस हड़प नीति के द्वारा देशी राजाओं को अपने अधिकार के रूप में
गोद लेने का अधिकार समाप्त कर दिया गया तथा कई रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में
जबरन मिला लिया गया।
2. 1857 की बगावत का एक कारण यह भी था कि ब्रिटिश सरकार के द्वारा राजाओं की
पेंशन एवं उपाधियों को समाप्त कर दिया गया था जिसके कारण इन राजाओं में जिनमें
पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहब की पेंशन बंद करना और कर्नाटक
सूरत एवं तंजौर के राजाओं की उपाधियों का भी अंत करना प्रमुख था। ब्रिटिश सरकार की
इन नीतियों के कारण इन राज्यों में काफी गुस्सा था जो अंत में बगावत के रूप में
उभर कर सामने आया।
3. 1857 की क्रांति के लिए एक जिम्मेदार कारण अवध का विलय भी है। अवध के अंतिम
नवाब वाजिद अली शाह का वैध उत्तराधिकारी था। लेकिन ब्रिटिश सरकार ने अवध को कुशासन
का आरोप लगाकर ब्रिटिश राज्य में मिला लिया जिसके कारण विद्रोह की भावना और अधिक
फैलने लगी।
4. 1857 की क्रांति के लिए ब्रिटिश भू राजस्व नीति भी बहुत जिम्मेदार कारक थी।
ब्रिटिश सरकार की भू राजस्व नीति के कारण किसानों का अत्यधिक शोषण हुआ था और किसान
विभिन्न प्रकार के ऋण के जाल में फंस गए तथा निरंतर ब्रिटिश सरकार की भू राजस्व
नीतियों का शिकार हो रहे थे।
5. 1857 की क्रांति के लिए ब्रिटिश सरकार की औद्योगिक नीति भी जिम्मेदार थी।
ब्रिटिश सरकार ने अपनी औद्योगिक नीति के कारण भारत के विभिन्न हस्तशिल्प उद्योगों
और हथकरघा उद्योगों को समाप्त कर दिया था जिसके कारण विभिन्न दस्तकारों, बुनकरों और शिल्पियों में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध पर्याप्त गुस्सा था।
6. 1857 की क्रांति के लिए एक जिम्मेदार कारण यह भी था कि सेना में भारतीय
सैनिकों से भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाता था तथा उनके साथ वेतन और पदोन्नति में
एक समान व्यवहार नहीं किया जाता था जिसके कारण सैनिकों में पर्याप्त रोष व्याप्त
था जो विद्रोह के रूप में सामने आया।
7. 1857 की क्रांति के लिए एक महत्वपूर्ण कारक यह भी था कि सैनिकों के द्वारा
बंदूकों का इस्तेमाल किया जा रहा था उनकी कारतूस में गाय और सुअर की चर्बी का
प्रयोग किया जा रहा था जिसके कारण सैनिकों ने अपनी धार्मिक भावनाओं का अपमान समझा
और विद्रोह कर दिया।
प्रश्न
7.
राष्ट्रीय सरकार के चुनाव में भारतीय संसद की भूमिका की व्याख्या
कीजिए। (4)
उत्तर. संसद - भारत में संसद देश की सर्वोच्च कानून बनाने वाली
संस्था को कहा जाता है। भारतीय संसद में दो सदन होते हैं जिन्हें लोकसभा और
राज्यसभा के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही संसद का एक अभिन्न अंग राष्ट्रपति भी
होता है। अतः हम कह सकते हैं कि भारतीय संसद का निर्माण लोकसभा, राज्यसभा और राष्ट्रपति से मिलकर होता है।
राष्ट्रीय सरकार के चुनाव में भारतीय संसद की एक विशेष भूमिका होती है। इसे हम इस
प्रकार समझ सकते हैं -
लोकसभा के चुनाव के बाद सांसदों की एक सूची बनाई जाती है जिससे यह
पता चल पाता है कि किस राजनीतिक दल के कितने सांसद चुनकर आए हैं। यदि कोई राजनीतिक
दल सरकार बनाना चाहता है तो उसे निर्वाचित सांसदों में बहुमत प्राप्त होना चाहिए।
लोकसभा की कुल सदस्य संख्या 543+2=545 होती है इसलिए किसी भी राजनीतिक दल को सरकार बनाने के लिए कम से कम 272 सीटें प्राप्त करनी होती है।
कार्यपालिका का चुनाव करना लोकसभा का एक महत्वपूर्ण कार्य होता है।
कार्यपालिका लोकसभा के द्वारा बनाए गए कानूनों को लागू करती है।
भारत का प्रधानमंत्री लोकसभा में सत्ताधारी दल का मुखिया होता है।
प्रधानमंत्री अपने दल के सांसदों में से मंत्रियों का चुनाव करता है जो
प्रधानमंत्री के साथ मिलकर फैसलों को लागू करते हैं। ये मंत्री स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्त आदि विभिन्न
सरकारी कार्यों का जिम्मा संभालते हैं।
हाल के वर्षों में ऐसा देखने में आया है कि चुनावों में किसी भी
राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है ऐसी स्थिति में राजनीतिक दलों ने
मिलकर सरकार बनाई है जिसे गठबंधन सरकार कहा जाता है और वर्तमान समय गठबंधन की
राजनीति का दौर कहलाता है।
राज्यसभा मुख्य रूप से देश की राज्यों की प्रतिनिधि के रूप में काम
करती है। राज्यसभा में भी कोई कानून बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत कर सकती है। किसी
भी विधेयक को कानून के रूप में लागू करने के लिए यह जरूरी है कि उसे राज्यसभा की
भी मंजूरी मिले। भारतीय संसद का यह सदन भी बहुत ही महत्वपूर्ण है और यह सदन लोकसभा
के द्वारा पारित किए गए कानूनों की समीक्षा करता है और जरूरत पड़ने पर उसमें
संशोधन भी करता है। राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव विभिन्न राज्यों की विधानसभा के
निर्वाचित सदस्यों के द्वारा किया जाता है।
इस तरह से हम कह सकते हैं कि राष्ट्रीय सरकार के चुनाव में भारतीय
संसद की एक विशेष और महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
खण्ड घ (6x4=24)
क्षमता आधारित प्रश्न ( 8 से 11 )
प्रश्न
8.
निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(3x2=6)
‘मृदा अपरदन
और क्षीणता मृदा संसाधनों के लिए दो मुख्य खतरे हैं। मानवीय और प्राकृतिक दोनों ही
कारकों से मृदाओं का निम्नीकरण हो सकता है। मृदा के निम्नीकरण में सहायक कारक
वनोन्मूलन, अति चारण, रासायनिक
उर्वरकों और कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग, वर्षा दोहन,
भूस्खलन और बाढ़ हैं।‘
8.1 मृदा
संसाधन के लिए मुख्य खतरा क्या है?
A. जलवायु
B. मृदा संरक्षण
C. मृदा
अपरदन
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. C. मृदा
अपरदन।
8.2 निम्नलिखित
में से कौन सा मृदा निम्नीकरण का सहायक कारक नहीं है?
A. वनोन्मूलन
B. अति चारण
C. बाढ़
D.
स्थलाकृति।
उत्तर. D.
स्थलाकृति।
8.3 मृदा
निम्नीकरण में सहायक कारक हैं -
A. मानवीय
कारक
B.
प्राकृतिक कारक
C. उपरोक्त
दोनों
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. C.
उपरोक्त दोनों।
प्रश्न
9.
निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(3x2=6)
‘1756 में
अली वर्दी खान की मृत्यु के बाद सिराजुद्दौला बंगाल के नवाब बने। कंपनी को
सिराजुद्दौला की ताकत से काफी भय था। सिराजुद्दोला की जगह कंपनी एक ऐसा कठपुतली
नवाब चाहती थी जो उसे व्यापारिक रियायतें और अन्य सुविधाएं आसानी से देने में
आनाकानी ना करें। कंपनी ने प्रयास किया कि सिराजुद्दौला के प्रतिद्वंदियों में से
किसी एक को नवाब बना दिया जाए। कंपनी को कामयाबी नहीं मिली। जवाब में सिराजुद्दौला
ने हुक्म दिया कि कंपनी उनके राज्य के राजनीतिक मामलों में टांग अड़ाना बंद कर दे,
किलेबंदी रोके और बकायदा राजस्व चुकाए।‘
9.1 अली
वर्दी खान की मृत्यु के बाद बंगाल के नवाब कौन बने?
A. मीर
कासिम
B.
सिराजुद्दौला
C. मुर्शिद
खान
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. B.
सिराजुद्दौला।
9.2 बंगाल
में कठपुतली शासक कौन चाहता था?
A. कंपनी
B. नवाब
C.
सिराजुद्दौला
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. A. कंपनी।
9.3 किलेबंदी
रोकने और राजस्व चुकाने का हुक्म कंपनी को किसने दिया?
A. मुर्शीद
कुली खान
B.
सिराजुद्दौला
C. लॉर्ड
क्लाइव
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. B.
सिराजुद्दौला
प्रश्न
10.
किसी काल्पनिक राज्य की विधानसभा चुनावों के परिणाम नीचे दिए गए
हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (3x2=6)
राजनीतिक दल |
सीटों की संख्या |
जनता अधिकार पार्टी |
53 |
क्षेत्र विकास पार्टी |
116 |
राष्ट्रीय स्वाभिमान पार्टी |
21 |
समाज विकास पार्टी |
84 |
निर्दलीय |
11 |
कुल |
285 |
10.1 विधानसभा
की सबसे बड़ी पार्टी कौन सी है?
A. जनता
अधिकार पार्टी
B. क्षेत्र
विकास पार्टी
C.
राष्ट्रीय स्वाभिमान पार्टी
D. समाज
विकास पार्टी
उत्तर. B.
क्षेत्र विकास पार्टी।
10.2 सरकार
के गठन के लिए बहुमत की संख्या कितनी है?
A. 143
B. 150
C. 70
D. 95
उत्तर. A. 143
10.3 निर्दलीय
कौन कहलाते हैं?
A. जो चुनाव
जीत नहीं पाते हैं
B. वे सबसे
बड़ी राजनीतिक पार्टी से जुड़े होते हैं
C. वे किसी
राजनीतिक पार्टी के भाग नहीं होते हैं
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. C. वे
किसी राजनीतिक पार्टी के भाग नहीं होते हैं।
प्रश्न
11.
अनुच्छेद को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (किन्हीं तीन
को कीजिए) (3x2=6)
‘पृथ्वी पर
सात महाद्वीप हैं। ये विस्तृत जल राशि के द्वारा एक दूसरे से अलग है। ये महाद्वीप
हैं - एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा अंटार्कटिका। एशिया विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह
पृथ्वी के कुल क्षेत्रफल के एक तिहाई भाग में फैला है। यह महाद्वीप पूर्वी गोलार्ध
में स्थित है। कर्क रेखा इस महाद्वीप से होकर गुजरती है। एशिया के पश्चिम में
यूराल पर्वत है जो इसे यूरोप से अलग करता है। यूरोप और एशिया के संयुक्त भूभाग को
यूरेशिया (यूरोप + एशिया) कहा जाता है।‘
11.1 कर्क
रेखा किस महाद्वीप से होकर गुजरती है?
A. अफ्रीका
B. एशिया
C. उत्तर
अमेरिका
D.
ऑस्ट्रेलिया।
उत्तर. B. एशिया।
11.2 यूरोप
को एशिया से कौनसा पर्वत अलग करता है?
A. हिमालय
B. कंचनजंगा
C. यूराल
D. एंडीज।
उत्तर. C. यूराल।
11.3 पूर्वी
गोलार्ध में स्थित महाद्वीप है -
A. उत्तर
अमेरिका
B. दक्षिण
अमेरिका
C. एशिया
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. C. एशिया।
11.4 यूरोप
और एशिया के संयुक्त भू भाग को क्या कहा जाता है?
A. मृत सागर
B. एशिया
C. यूरेशिया
D. इनमें से
कोई नहीं।
उत्तर. C.
यूरेशिया।
खण्ड ड
मानचित्र आधारित प्रश्न
प्रश्न
12.
भारत के राजनीतिक रेखा मानचित्र पर अट्ठारह सौ सत्तावन की बगावत से
जुड़े निम्नलिखित स्थानों को दर्शाइए। (किन्हीं चार को कीजिए) (1x4=4)
A. दिल्ली
B. झांसी
C.
बरेली
D.
फैजाबाद
E. कानपुर।
उत्तर.
निम्नलिखित
प्रश्न, प्रश्न संख्या 12
के स्थान पर केवल दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए है। (किन्हीं चार को कीजिए।)
(i). 1857
की बगावत के दौरान मुगल सम्राट कौन थे?
उत्तर. 1857 की
क्रान्ति के दौरान बहादुर शाह ज़फ़र मुगल सम्राट थे।
(ii). झांसी
वर्तमान में भारत के किस राज्य में स्थित है?
उत्तर. झांसी वर्तमान समय में भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में
स्थित है।
(iii). बिहार
के उस पुराने जमीदार का नाम बताइए जिन्होंने 1857 के बगावत
के दौरान विद्रोही सिपाहियों का साथ दिया?
उत्तर. कुंवर सिंह ही बिहार के वो पुराने जमीदार थे जिन्होंने
विद्रोही सिपाहियों का साथ दिया था।
(iv). फैजाबाद
वर्तमान में भारत के किस राज्य में स्थित है?
उत्तर. फ़ैजाबाद वर्तमान समय में भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में
स्थित है।
(v). कानपुर
में 1857 की बगावत की अगुवाई किसने की थी?
उत्तर. नाना साहब ने कानपुर में 1857 की क्रांति का नेतृत्व किया था।