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    SOCIAL SCIENCE

    IMPORTANT QUESTIONS

    संसाधन एवं विकास

    प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन - सा एक अजैव संसाधन है ?

    • प्राणीजात
    • मानव
    • धातुएं
    • पशु

    उत्तर : धातुएं।

    प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन लेटराइट मृदा के संदर्भ में सही है ?

    • उच्च तापमान और अधिक वर्षा वाले क्षेत्र में विकसित।
    • भारी वर्षा से अत्यधिक निक्षालन का परिणाम।
    • चाय व काजू के लिए उपयुक्त।
    • सभी कथन सही है।

    उत्तर : उपरोक्त सभी कथन सही हैं। 

    प्रश्न 3. रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-

    स्माल इज ब्यूटीफुल के लेखक___________ हैं।

    उत्तर : स्मॉल इज ब्यूटीफुल के लेखक ई शूमाकर है।

    प्रश्न 4. रेखांकित शब्दों को सही करके वाक्य को पुनः लिखिए-

    काली मृदा चावल की कृषि के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है।

    उत्तर : काली मृदा कपास की कृषि के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है।

    प्रश्न 5. सत्य व असत्य बताइए-

    उत्पत्ति के आधार पर संसाधनों को दो प्रकारों में विभाजित किया जाता है।

    उत्तर : सत्य।

    प्रश्न 6. नीचे दिए गए प्रश्न में दो प्राक्कथन दिए गए हैं एक संकल्पना (स) और दूसरा कारण (क)। कथनों को पढ़िए और सही विकल्प का चयन कीजिए। 

    संकल्पना (स) : मृदा के कटाव और उसके बहाव की प्रक्रिया को मृदा अपरदन कहा जाता है।

    कारण (क) : कृषि के गलत तरीकों के कारण मृदा अपरदित होती है।

    विकल्प :

    • संकल्पना (स) एवं कारण (क) दोनों सही हैं एवं कारण, संकल्पना की सही व्याख्या है।
    • संकल्पना (स) एवं कारण (क) दोनों सही हैं एवं कारण, संकल्पना की सही नहीं व्याख्या है।
    •  संकल्पना (स) सही है एवं कारण (क) गलत है।
    • संकल्पना (स) गलत है परन्तु कारण (क) सही है।

    उत्तर : A, संकल्पना (स) एवं कारण (क) दोनों सही हैं एवं कारण, संकल्पना की सही व्याख्या है।

    प्रश्न 7. नवीकरणीय संसाधन का एक उदाहरण लिखिए।

    उत्तर : सौर ऊर्जा नवीकरणीय संसाधन का एक उदाहरण है। 

    प्रश्न 8. सतत पोषणीय विकास को परिभाषित कीजिए।

    उत्तर : पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए और आने वाली पीढ़ी को ध्यान में रखकर किया जाने वाला एक समान विकास सतत पोषणीय विकास कहलाता है।

    प्रश्न 9. संसाधन नियोजन क्यों आवश्यक है ?

    उत्तर : संसाधनों के संरक्षण और सतत पोषणीय विकास के लिए संसाधन नियोजन आवश्यक है। संसाधन नियोजन से ही एक देश अपने सीमित संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल कर पाता है।

    प्रश्न 10. संसाधन से आप क्या समझते हैं ?

    उत्तर : कोई भी ऐसी वस्तु जिसका इस्तेमाल मनुष्य अपनी आवश्यकता को पूरा  करने के लिए करता है उसे संसाधन कहा जाता है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है की संसाधन उस वस्तु को कहा जाता है जिसके लिए हमारे पास तकनीक उपलब्ध होती है जिसके द्वारा हम उसका इस्तेमाल कर पाते हैं। जैसे वायु, सौर ऊर्जा वन, जल आदि।

    3/5 अंक वाले प्रश्न –

    प्रश्न 1:- संसाधन क्या है ? इन के वर्गीकरण पर एक नोट लिखिए।

    उत्तर:- संसाधन एक ऐसा स्रोत है जिसका उपयोग मनुष्य अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए करता हैं। हमारे पर्यावरण में उपलब्ध हर वस्तु संसाधन कहलाती है जिसका उपयोग हम अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कर सकते हैं, जिसे बनाने के लिए हमारे पास प्रौद्योगिकी है और जिसका इस्तेमाल सांस्कृतिक रूप से मान्य हैं।

    संसाधनों का वर्गीकरण निम्न आधार पर किया जा सकता है:-

    1. उत्पत्ति के आधार पर- जैव और अजैव।

    2. समाप्यता के आधार पर- नवीकरणीय और अनवीकरणीय।

    3. स्वामित्व के आधार पर- व्यक्तिगत, सामुदायिक, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय।

    4. विकास के स्तर के आधार पर- संभावित, विकसित भंडार और संचित कोष। 

    प्रश्न 2:- मृदा निर्माण में कौन - कौन से कारक उत्तरदायी हैं स्पष्ट कीजिए।

    उत्तर:- मैदा निर्माण के लिए प्रमुख उत्तरदाई कारक हैं- जनक सामग्री, उच्चावच, वनस्पति जलवायु तथा अन्य जीव रूप और समय। इसके अतिरिक्त मानवीय क्रियाएं भी पर्याप्त सीमा तक इसे प्रभावित करती हैं। मृदा के घटक खनिज कण, ह्यूमस जल तथा वायु होते हैं।

    प्रश्न 3:- पर्यावरण समस्याओं का वर्णन कीजिए जो संसाधनों के उपयोग से सामने आ सकती हैं ?

    उत्तर:- संसाधनों के उपयोग से निम्नलिखित समस्याएं सामने आ सकती हैं-

    1. भावी पीढ़ी के लिए संसाधनों का अभाव।

    2. अत्यधिक संसाधन धवन के कारण भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाएं।

    3. अत्यधिक वनोन्मूलन।

    4. मानवता के लिए संकट। 

    प्रश्न 4:- 'पर्यावरणीय क्षति से होने वाले नुकसान कभी भी राज्यीय एवं राष्ट्रीय सीमाओं का ध्यान नहीं करते हैं।' कथन की व्याख्या उदाहरणों के साथ कीजिए।

    उत्तर:- पर्यावरणीय क्षति से होने वाले नुकसान कभी भी राज्यीय एवं राष्ट्रीय सीमाओं का ध्यान नहीं करते हैं अर्थात संपूर्ण जी प्रजाति को इसका भुगतान करना पड़ता हैं।

               उदाहरणस्वरुप- ओजोन परत का क्षरण भले ही कुछ देशों तथा कुछ समूहों के अत्यधिक लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से अत्यधिक क्लोरोफ्लोरोकार्बन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करने से हुआ हो किंतु इससे होने वाला नुकसान संपूर्ण मानव जाति का भुगतना पड़ता हैं।

         इसी प्रकार वैश्विक तापन बढ़ने के कारण पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है और यह किसी राज्य या राष्ट्र तक सीमित नहीं है इसका नुकसान संपूर्ण जीवित प्रजाति को भुगतना होगा।

    प्रश्न 5:- भू संरक्षण की समस्या को हल करने के लिए उपाय बताइए।

    उत्तर:- भू संरक्षण की समस्या का हल निम्न उपायों द्वारा किया जा सकता है:- 

    1. भूमि तथा इनके उत्पादो के निक्षेपण को रोकने तथा नियंत्रित करने के लिए उचित भू संरक्षण पद्धतियों तथा इंजीनियर ढांचे का प्रयोग करना।

    2. मृदा नमी की सुरक्षा करना एवं हानियों को रोकने के लिए जुताई का विकसित ढंग उपयोग करना।

    3. खेतों में खूंटी तथा ठूंठ छोड़ना और मृदा पर वनस्पतियों के सघन आवरण को बनाए रखना।

    स्रोत आधारित प्रश्न (4 अंक)

    1. नीचे दिए गए अनुच्छेद को पढ़िए एवं पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

    संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग के लिए नियोजन एक सर्वमान्य रणनीति हैं। इसलिए भारत जैसे देश में जहां संसाधनों की उपलब्धता में बहुत अधिक विविधता है, यह और भी महत्वपूर्ण हैं। यहां ऐसे प्रदेश भी हैं जहां एक तरह के संसाधनों की प्रचुरता है, परंतु दूसरे तरह के संसाधनों की कमी हैं। कुछ ऐसे प्रदेश भी हैं जो संसाधनों की उपलब्धता के संदर्भ में आत्मनिर्भर हैं और कुछ ऐसे भी प्रदेश हैं जहां महत्वपूर्ण संसाधनों की अत्यधिक कमी हैं। उदाहरणार्थ, झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ आदि प्रांतों में खनिजों और कोयले के प्रचुर भंडार हैं। अरुणाचल प्रदेश में जल संसाधन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, 

    परंतु मूल विकास की कमी हैं। लद्दाख का शीत मरुस्थल देश के अन्य भागों से अलग-थलग पड़ता हैं। यह प्रदेश सांस्कृतिक विरासत का धनी है परंतु यहां जल, आधारभूत अवसंरचना तथा कुछ महत्वपूर्ण खनिजों की कमी हैं। इसलिए राष्ट्रीय, प्रांतीय, प्रादेशिक और स्थानीय स्तर पर संतुलित संसाधन नियोजन की आवश्यकता हैं।

    a) संसाधन नियोजन क्यों आवश्यक है?

    उत्तर:- राष्ट्रीय, प्रांतीय, प्रादेशिक और स्थानीय स्तर पर संतुलन बनाए रखने के लिए संसाधन नियोजन आवश्यक हैं।

    b) लद्दाख की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।

    उत्तर:- लद्दाख का शीत मरुस्थल देश के अन्य भागों से अलग-थलग पड़ता है परंतु यह प्रदेश सांस्कृतिक विरासत का धनी हैं।

    c) भारत के किन प्रदेशों में खनिजों एवं कोयले के प्रचुर भंडार उपलब्ध हैं?

    उत्तर:- झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ आदि प्रांतों में खनिजों एवं कोयले के प्रचुर भंडार उपलब्ध हैं। 

    d) भारत के किस प्रदेश में जल संसाधनों का व्यापक अभाव हैं?

    उत्तर:- राजस्थान।

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