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  • सैंपल प्रश्न पत्र 2021-22

    टर्म II

    कक्षा 10

    सामाजिक विज्ञान - कोड 087

    निर्धारित समय: 2 घंटे                                           अधिकतम अंक: 40

    ______________________________________________________________

    सामान्य निर्देश:

    (i)                     यह प्रश्न पत्र पांच खंडों में विभाजित है- खंड क, ख, ग, घ और ड•

    (ii)                   सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।

    (iii)                खंड- क: प्रश्न संख्या। 1 से 5 अति लघु उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनमें से प्रत्येक के 2 अंक हैं। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 40 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए।

    (iv)                खंड- ख: प्रश्न संख्या। 6 से 8 लघु उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनमें से प्रत्येक के 3 अंक हैं। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 80 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए।

    (v)                   खंड- ग: प्रश्न संख्या। 9 और 10 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनमें से प्रत्येक के 5 अंक हैं। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 120 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए।

    (vi)                खंड- घ: प्रश्न संख्या। 11 और 12 केस आधारित प्रश्न हैं।

    (vii)              खंड- ड•: प्रश्न संख्या। 13 नक्शा आधारित है, जिसमें दो भागों के साथ 3 अंक हैं, इतिहास से 13.1 (1 अंक) और भूगोल से 13.2 (2 अंक)।

    (viii)           प्रश्न पत्र में कोई समग्र विकल्प नहीं है। हालांकि, कुछ प्रश्नों में आंतरिक विकल्प प्रदान किया गया है। ऐसे प्रश्नों में से केवल एक विकल्प का प्रयास करना है।

    (ix)                इसके अलावा, जहां आवश्यक हो, प्रत्येक अनुभाग और प्रश्न के साथ अलग-अलग निर्देश दिए गए हैं।

    (खंड-)

    अति लघु उत्तरीय प्रश्न                                                           2X5 =10

     

    1 असहयोग आंदोलन भारत के शहरों और कस्बों में कैसे फैला?         2

    उत्तर. असहयोग आंदोलन की शुरुआत शहरी मध्य वर्ग की भागीदारी के साथ हुई थी। हजारों विद्यार्थियों ने स्कूल-कॉलेज छोड़ दिया था। शिक्षकों और हेडमास्टरो ने इस्तीफा दे दिया। असहयोग आंदोलन पैरों से बढ़कर देहात और ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैला। युद्ध के बाद विभिन्न प्रकार के आदिवासी और किसानों के संघर्ष आंदोलन भी असहयोग आंदोलन का हिस्सा बन गए।

    2. पर्यटन को व्यापार क्यों माना जाता है?                                          2

    उत्तर. पर्यटन को एक व्यापार माना जाता है क्योंकि पर्यटन से कई लोगों को रोजगार मिलता है और विभिन्न देशों को पर्यटकों के आने से काफी मात्रा में राजस्व की प्राप्ति भी होती है।

    3. एक दल और दो दलीय व्यवस्था में अंतर स्पष्ट कीजिए।                 2

    उत्तर. एक दलीय व्यवस्था-एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें किसी देश में केवल एक ही राजनीतिक दिन होता है। उदाहरण के लिए चीन।

    दो दलीय व्यवस्था - जब किसी देश ने दो राजनीतिक दल उपस्थित होते हैं और ये दो राजनीतिक दल ही सरकार बनाते हैं तो ऐसी व्यवस्था को दो दलीय व्यवस्था कहते हैं। उदाहरण के लिए अमेरिका और ब्रिटेन।

    4 भारतीय रिजर्व बैंक की भूमिका का उल्लेख कीजिए।                     2

    उत्तर. भारत में भारतीय रिजर्व बैंक देश का केंद्रीय बैंक है और यह विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण कार्यों को संचालित करता है जिनमें मुद्रा जारी करना, बैंकों पर निगरानी रखना, विभिन्न प्रकार की मौद्रिक नीतियों को जारी करना आदि।

     

    5 नीचे दी गई तालिका में दिए गए आंकड़ों को पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

    भारत में तैयार स्टील का कुल उत्पादन

    वर्ष

    उत्पादन (मिलियन टन में)

    2015-2016

    106.60

    2016-2017

    120.14

    2017-2018

    126.85

    2018-2019

    101.29

    2019-2020

    102.62

    स्रोत: इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार (एनसीईआरटी)

     

    5.1 2015-2016 और 2019-2020 के आंकड़ों की तुलना करें और 2019-2020 में स्टील के उत्पादन में कमी का कोई एक कारण बताएं।2

    उत्तर. वर्ष 2019-2020 में वर्ष 2015-20160 की तुलना में उत्पादन में कमी किस लिए आई थी क्योंकि 2019 में प्रतिवर्ष व्यक्ति स्टील की खपत केवल 74.3 किलोग्राम थी।

    5.2 स्टील के उत्पादन और खपत को किसी देश के विकास में एक सूचकांक के रूप में क्यों माना जाता है?                                   (2)

    उत्तर. स्टील के उत्पादन और खपत को किसी देश के विकास के सूचकांक के रूप में इसलिए रखा जाता है क्योंकि स्टील का उत्पादन और खपत उस देश के विकसित, विकासशील या पिछड़े होने का आभास कराता है।


    (खंड-)

    लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                          3X3=9

     

    6. अधिकांश ग्रामीण परिवार अभी भी ऋण के अनौपचारिक स्रोतों पर निर्भर क्यों हैं? समझाइए ।                                                          (3)

    उत्तर. भारत में अधिकांश ग्रामीण परिवार अभी भी ऋण के औपचारिक स्रोतों पर निर्भर है जिसके लिए कई सारे कारण जिम्मेदार है जिनमें से कुछ इस प्रकार है

    1. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अभी भी पूर्ण रूप से शिक्षित नहीं हो पाया है जिसके कारण इन लोगों को बैंकों से ऋण प्राप्त नहीं होता।

    2. ग्रामीण क्षेत्र में छोटे छोटे किसान और मजदूर लोग बैंकों से ऋण प्राप्त करने के लिए समर्थक ऋण आधार प्रस्तुत नहीं कर पाते और इसलिए इन्हें अनौपचारिक ऋण के स्त्रोतों पर निर्भर रहना पड़ता है।

    3. औपचारिक ऋण स्त्रोतो का असमान वितरण के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आसान और सस्ता ऋण ग्रामीण लोगों को नहीं मिल पाता जिसके कारण इन लोगों को अनौपचारिक स्रोतों पर निर्भर रहना होता है।

    अथवा

    समर्थक ऋणाधार की कमी की समस्या को दूर करने के लिए स्वयं सहायता समूह उधारकर्ताओं की सहायता कैसे करते हैं? समझाइए।(3)

    उत्तर. स्वयं सहायता समूह ने ग्रामीण क्षेत्रों में समर्थक ऋणआधार की कमी की समस्याओं को दूर करके ग्रामीण लोगों को ऋण उपलब्ध कराया है और समर्थक ऋण आधार की कमी की समस्या को दूर किया है। स्वयं सहायता समूह में निम्नलिखित तरीकों से समर्थक निराधार की कमी को दूर करके ऋण उपलब्ध कराया है

    1. स्वयं सहायता समूह में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बिना समर्थक ऋण आधार के ऋण उपलब्ध कराया है जिससे समर्थक ऋण आधार की समस्या इन क्षेत्रों में दूर हो गई है।

    2. स्वयं सहायता समूह ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष कर सदस्यों की जमा पूंजी इकट्ठा करते हैं और उनकी आवश्यकता पड़ने पर उन्हें उपलब्ध कराते हैं जिससे ये ग्रामीण लोग ऋण के जाल में फंस पाते।

    3. स्वयं सहायता समूह ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनों और खासकर महिलाओं को ऋण उपलब्ध कराते हैं जिससे कि उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सके। स्वयं सहायता समूह ऋण उपलब्ध कराने के लिए किसी प्रकार का समर्थक ऋण आधार नहीं मांगते हैं।

     

    7. "आदिवासी किसानों ने महात्मा गांधी के संदेश और स्वराज के विचार को दूसरे तरीके से व्याख्यायित किया और असहयोग आंदोलन में अलग तरह से भाग लिया।" कथन का औचित्य सिद्ध कीजिए।             (3)

    उत्तर. स्वराज ऐसी विचारधारा थी जिसने देश के प्रत्येक कोने से लोगों को जागरूक किया और इस आंदोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। गांधी जी की स्वराज की संकल्पना का अर्थ था, स्वयं का शासन लेकिन विभिन्न वर्गों ने इसका अलग अलग अर्थ निकाला।

    आदिवासी किसानों ने महात्मा गांधी के संदेश और स्वराज के विचार को इस तरह से देखा की उन्हें अब अपने विभिन्न प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी।

    आदिवासी किसान गांधीजी के असहयोग आंदोलन में अलग तरीके से शामिल हुए और उनका मानना था कि स्वराज उनके लिए विभिन्न प्रकार के ब्रिटिश कानूनों से उन्हें मुक्ति दिलाएगा और उनका जीवन सरल बनाएगा।

    आदिवासी किसान असहयोग आंदोलन में इसलिए जुड़े जिससे कि उन्हें विभिन्न प्रकार के भूमि कर और लगान से मुक्ति मिल जाए।


    8. एक लोकतांत्रिक देश में राजनीतिक दलों की भूमिका का परीक्षण कीजिए।                                                                                     (3)

    उत्तर. किसी भी लोकतांत्रिक देश में राजनीतिक दल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और बिना राजनीतिक दलों के लोकतंत्र की कल्पना करना मुश्किल लगता है। राजनीतिक दलों की भूमिका को हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं

    1. आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्था में बिना राजनीतिक दलों के संचालन व्यवस्था संभव नहीं है।

    2. राजनीतिक दल चुनाव के दौरान विभिन्न प्रकार की नीतियां जनता के सामने प्रस्तुत करते हैं और लोगों को बदलाव लाने का वादा करते हैं यदि ये राजनीतिक दल नहीं होंगे तो इस प्रकार के बड़े नीतिगत बदलाव संभव नहीं हो पाएंगे।

    3. किसी भी लोकतांत्रिक देश में राजनीतिक दल चुनाव लड़ते हैं और सरकार बनाते हैं तथा देश का संचालन करते हैं तथा विभिन्न प्रकार के जनकल्याण के कार्यों को पूरा करते हैं। ये सभी कार्य बिना राजनीतिक दलों के संभव नहीं है।

    4. देश की शासन व्यवस्था राजनीतिक दल ही चलाते हैं और देश के विकास के लिए उत्तरदाई भी होते हैं यदि ये राजनीतिक दल ना हो तो देश के संचालन की समस्या सामने होगी।

     

    (खंड-)

    दीर्घ उत्तरीय प्रश्न                                                              5X2=10

     

    9. लोकतंत्र की अपना समर्थन उत्पन्न करने की क्षमता स्वयं एक परिणाम है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के साथ कथन का समर्थन करें।

    उत्तर. लोकतंत्र अपना समर्थन स्वयं उत्पन्न करता है और यह इसका एक परिणाम भी है। इस कथन को हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं

    1. लोकतंत्र यह निर्धारित करता है की निर्णय प्रक्रिया इस प्रकार से हो जो नियमानुसार हो तथा संविधान के अनुसार वर्णित हो।

    2. लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में प्रत्येक नागरिक को यह अधिकार होता है कि वह सरकार के निर्णय प्रक्रिया को जांच कर सके और उसकी पड़ताल कर सकें।

    3. लोकतांत्रिक सरकार उत्तरदाई, वैध और पारदर्शी सरकार होती है। किस प्रकार के गुण किसी अन्य सरकार में देखने को नहीं मिलते हैं।

    4. लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में लोगों को यह अधिकार होता है कि वे अपना शासक स्वयं चुन सकें।

    5. लोकतांत्रिक व्यवस्था लोगों को यह अधिकार प्रदान करती है कि वे सरकार के और उसके कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके।

    6. लोकतांत्रिक सरकार एक ऐसी सरकार होती है जो लोगों की सरकार होती है और लोगों के लिए सरकार होती है।

    अथवा

    'दक्षिण एशिया में लोकतंत्र के विचार के लिए भारी समर्थन है।' उदाहरण के साथ इस कथन का समर्थन करें।                                           (5)

    उत्तर. दक्षिण एशिया में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के लिए पर्याप्त समर्थन और रुचि दिखाई देती है। दक्षिण एशिया के अधिकतर देशों में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को अपनाया गया है जो यह दर्शाता है कि दक्षिण एशिया में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था काफी लोकप्रिय है। दक्षिण एशिया में लोकतंत्र के समर्थन को हम लिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं

    1. दक्षिण एशिया के देशों में अधिकतर देशों में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को अपनाया गया है। जैसे - भारत, नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि।

    2. दक्षिण एशिया के देशों ने अपने लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए पर्याप्त समर्थन किया है।

    3. दक्षिण एशिया में लोकतांत्रिक सरकार के लिए समर्थन इसलिए भी है क्योंकि यह लोगों की अपनी सरकार होती है।

    4. दक्षिण एशिया में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के लिए इसलिए भी समर्थन है क्योंकि यह सरकार लोगों को स्वतंत्रता और प्रतिष्ठा के पर्याप्त अवसर प्रदान करती है।

    5. दक्षिण एशिया के देशों में पर्याप्त मात्रा में विविधता देखने को मिलती है और लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था सामाजिक विविधता को अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व प्रदान करती है।

    6. दक्षिण एशिया के देशों में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के लिए इसलिए भी समर्थन है क्योंकि यह सरकार वार्तालाप और समझौतों के आधार पर कार्य करने में विश्वास रखती है।

     

    10. वैश्वीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने में सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका का परीक्षण कीजिए।                                             (5)

    उत्तर. वैश्वीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्था है एक दूसरे के निकट आती है और परस्पर जुड़ती है। वैश्वीकरण को अनिवार्य करने में कई कारणों का योगदान है उनमें से संचार और सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका अति महत्वपूर्ण है जिसे हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझेंगे-

    1. वर्तमान समय में तकनीक निरंतर विकसित होती जा रही है और यह वैश्वीकरण के लिए एक वरदान की तरह सिद्ध हुई है।

    2. संचार के साधनों जैसे कि टेलीग्राफ टेलीफोन जिसमें मोबाइल फोन फैक्स आदि आते हैं इन्होंने सूचनाओं के आदान-प्रदान को बहुत सरल कर दिया है।

    3. सूचना प्रौद्योगिकी के इन साधनों ने उन क्षेत्रों में भी संपर्क स्थापित करने में मदद की है जो पहले मुख्यधारा में नहीं थे।

    4. सूचना प्रौद्योगिकी के नए आविष्कार जिसमें सैटेलाइट भी एक महत्वपूर्ण खोज है इसकी मदद से कई प्रकार के अनुसंधान और क्षेत्रों के विकास में मदद मिली है।

    5. सूचना प्रौद्योगिकी की सबसे महत्वपूर्ण खोज जिसे हम कंप्यूटर कहते हैं जोकि लगभग प्रत्येक प्रक्रिया का हिस्सा बन चुका है इसने वैश्वीकरण के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

    6. इलेक्ट्रॉनिक मेल और वॉइस मेल के कारण बहुत ही कम दामों में प्रत्येक व्यक्ति एक दूसरे से जुड़ा हुआ है और अपने विचारों का आदान-प्रदान तेजी से कर पा रहा है।

    7. विश्व में व्यापार के विकास में सूचना प्रौद्योगिकी के इन साधनों ने बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है विश्व का बहुत सारा व्यापार संचार के इन साधनों से ही संपन्न होता है।

    8. इंटरनेट के आविष्कार से कोई भी व्यक्ति अब कहीं भी किसी भी प्रकार की सूचना बहुत शीघ्रता से प्राप्त कर लेता है और स्वयं को वैश्विक घटनाओं से जोड़ कर रख पाता है।

    अथवा

    भारत और उसके लोगों पर वैश्वीकरण के प्रभाव का आकलन करें।(5)

    उत्तर. वैश्वीकरण के प्रभाव संपूर्ण विश्व पर देखने को मिलते हैं और इसके प्रभाव सभी देशों पर एक समान नहीं हुए हैं। भारत पर भी वैश्वीकरण के पर्याप्त प्रभाव देखने को मिलते हैं जिन्हें हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं

    1. वैश्वीकरण के कारण भारत में लोगों के समक्ष अब कई प्रकार के विकल्प उपलब्ध हो गए हैं। भारतीय उपभोक्ता वस्तुओं के कई विकल्पों में चुनाव कर सकता है।

    2. वैश्वीकरण के कारण भारत में निवेश और नई कंपनियों के आने के कारण रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हुए हैं।

    3. वैश्वीकरण ने भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन को सरल किया है और इसके कारण कई प्रकार के उत्पाद जैसे कि मोबाइल फोन, कार और खाने-पीने की वस्तुएं भारत में उपलब्ध हो रही हैं।

    4. वैश्वीकरण का एक प्रभाव भारत के लोगों पर देखने को मिलता है कि अब लोगों का जीवन स्तर पहले की तुलना में अधिक अच्छा हुआ है।

    5. भारतीय उपभोक्ताओं को अब कम कीमत पर अधिक गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं उपलब्ध हो पा रही है।

    6. वैश्वीकरण ने भारत की कुछ लोकल कंपनियों को बहुराष्ट्रीय कंपनी बनने में काफी मदद की है।

    7. वैश्वीकरण के कारण भारत में आर्थिक असमानता में भी वृद्धि देखने को मिलती है जिसका अर्थ है कि वैश्वीकरण ने अमीर लोगों को अधिक अमीर किया है और गरीब लोगों को अधिक गरीब किया है।

    8. वैश्वीकरण के कारण भारत की बहुत सारी छोटी कंपनियां और छोटे व्यापारी लगभग समाप्त हो गए हैं क्योंकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों से मुकाबला करने की उनकी क्षमता नहीं थी।

    9. वैश्वीकरण के कारण भारत में पश्चिमी संस्कृति और सभ्यता का विस्तार हुआ है।

    10. वैश्वीकरण के कारण भारत में विदेशी पूंजी भंडार में वृद्धि हुई है।


    (खंड-घ)

    केस आधारित प्रश्न                                            4X2=8

             

    11. दिए गए पाठ को पढ़ें और निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:

    'निष्क्रिय प्रतिरोध' के बारे में कहा जाता है कि यह कमजोरों का हथियार है, लेकिन इस लेख का विषय जो शक्ति है उसका उपयोग केवल मजबूत ही कर सकता है। यह शक्ति निष्क्रिय प्रतिरोध नहीं है; वास्तव में, यह गहन गतिविधि की मांग करता है। दक्षिण अफ्रीका में आंदोलन निष्क्रिय नहीं बल्कि सक्रिय था...

    'सत्याग्रह शारीरिक शक्ति नहीं है। सत्याग्रही विरोधी को पीड़ा नहीं देता; वह अपना विनाश नहीं चाहता... सत्याग्रह के प्रयोग में कोई दुर्भावना नहीं है।

    'सत्याग्रह शुद्ध आत्मा-शक्ति है। सत्य आत्मा का मूल तत्व है। इसलिए इस शक्ति को सत्याग्रह कहा जाता है। आत्मा को ज्ञान से सूचित किया जाता है। उसमें प्रेम की लौ जलती है। ... अहिंसा सर्वोच्च धर्म है ... 'यह निश्चित है कि भारत हथियारों के बल पर ब्रिटेन या यूरोप का मुकाबला नहीं कर सकता। अंग्रेज युद्ध-देवता की पूजा करते हैं और वे सभी जैसे-जैसे शस्त्र धारण करने वाले बन सकते हैं। भारत में करोड़ों लोग कभी हथियार नहीं उठा सकते। उन्होंने अहिंसा के धर्म को अपना बना लिया है...'

    11.1. गांधीजी अहिंसा को सर्वोच्च धर्म क्यों मानते थे?               (1)

    उत्तर गांधी जी ने अहिंसा को एक दर्शन की तरह स्वीकार किया और आदर्श जीवन के लिए अनिवार्य माना। गांधीजी अहिंसा को सर्वोच्च धर्म मानते थे और उनका मानना था कि अहिंसा किसी कमजोर का हथियार नहीं है यह सभी के द्वारा अपनाई जानी चाहिए।

    11.2 गांधीवादी सत्याग्रह को उनके दर्शन में विश्वास रखने वाले लोगों ने कैसे लिया?                                                                                  (1)

    उत्तर. सत्याग्रही विरोधी को कभी पीड़ा नहीं देता वह अपना विनाश कभी नहीं चाहता है। सत्याग्रह के प्रयोग में किसी प्रकार की कोई दुर्भावना नहीं होती है।

    11.3 गांधीवादी सत्याग्रह को अन्याय का विरोध करने का एक नया तरीका क्यों माना गया?                                                            (2)

    उत्तर. गांधीवादी सत्याग्रह को अन्याय का विरोध करने का एक नया तरीका माना गया है जिसके लिए निम्नलिखित कारक उत्तरदाई है

    1. कोई भी व्यक्ति अहिंसा के माध्यम से किसी भी प्रकार के युद्ध को जीत सकता है लड़ाई को जीत सकता है।

    2. सत्याग्रह विरोधी को यह दर्शाने के लिए कि वह गलत कर रहा है अहिंसा एक बहुत उपयुक्त माध्यम है।

    12. दिए गए पाठ को पढ़ें और निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:

    जब से मनुष्य पृथ्वी पर आया है, उसने संचार के विभिन्न साधनों का उपयोग किया है। लेकिन, आधुनिक समय में परिवर्तन की गति तेज हो गई है। संचारक या रिसीवर की भौतिक गति के बिना लंबी दूरी का संचार कहीं अधिक आसान है। व्यक्तिगत संचार और जनसंचार जिसमें टेलीविजन, रेडियो, प्रेस, फिल्म आदि शामिल हैं, देश में संचार के प्रमुख साधन हैं। भारतीय डाक नेटवर्क दुनिया में सबसे बड़ा है। यह पार्सल के साथ-साथ व्यक्तिगत लिखित संचार को भी संभालता है। कार्ड और लिफाफों को प्रथम श्रेणी का मेल माना जाता है और इन्हें जमीन और हवा दोनों को कवर करने वाले स्टेशनों के बीच एयरलिफ्ट किया जाता है। द्वितीय श्रेणी के मेल में बुक पैकेट, पंजीकृत समाचार पत्र और पत्रिकाएं शामिल हैं। उन्हें सतही डाक द्वारा ले जाया जाता है, जिसमें भूमि और जल परिवहन शामिल होता है। बड़े शहरों और कस्बों में डाक की त्वरित डिलीवरी की सुविधा के लिए हाल ही में छह मेल चैनल शुरू किए गए हैं। उन्हें राजधानी चैनल, मेट्रो चैनल, ग्रीन चैनल, बिजनेस चैनल, बल्क मेल चैनल और आवधिक चैनल कहा जाता है।

    12.1 भारतीय डाक नेटवर्क की भूमिका का परीक्षण कीजिए।         (1)

    उत्तर. 1.भारतीय डाक देश में लोगों को संचार के माध्यम से जुड़े रखता है और सामाजिक आर्थिक विकास में योगदान देता है।

    2. भारतीय डाक विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करता है जैसे की स्पीड पोस्ट बिजनेस पोस्ट रजिस्टर्ड पोस्ट और साधारण पोस्ट।

    12.2 जन संचार और व्यक्तिगत संचार के बीच अंतर करें।         (1)

    उत्तर. जनसंचार जनसंचार एक ऐसा माध्यम है जो वृहद स्तर पर लोगों को सूचना प्रदान करता है और मनोरंजन भी प्रदान करता है। इसके अंतर्गत रेडियो टेलीविज़न न्यूज़ पेपर मैगजीन किताबें और फिल्में आती है।

    व्यक्तिगत संचार यह संचार का वह माध्यम है जिसमें दो व्यक्ति आपस में अपने विचारों का आदान प्रदान करते हैं। इसके अंतर्गत पत्र मोबाइल फोन आदि आते हैं।

    12.3 एक राष्ट्र के लिए संचार के महत्व का विश्लेषण करें।         (2)

    उत्तर. एक राष्ट्र के लिए संचार का निम्नलिखित महत्व होता है

    1. वर्तमान समय संचार के साधनों का युग है जैसे टेलीफोन, टेलीविजन, फिल्म और इंटरनेट इनके बिना वर्तमान विश्व की कल्पना करना संभव नहीं है।

    2. संचार के इन साधनों से सरकार अपने विभिन्न प्रकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को ही लोगों तक पहुंचाने में सक्षम हो पाती है।

    3. पुस्तकें समाचार पत्र और पत्रिकाएं जनसंचार के प्रमुख माध्यमों में से एक है।

    4. संचार के साधन ज्ञान और मनोरंजन के प्रमुख स्त्रोत है।


    (खंड-ड•)

    मानचित्र कौशल आधारित प्रश्न                                        1x3=3

     13. 13.1 भारत के राजनीतिक मानचित्र की दी गई रूपरेखा पर, निम्नलिखित जानकारी की सहायता से ए के रूप में चिह्नित स्थान की पहचान करें और उसके पास चिह्नित रेखा पर उसका सही नाम लिखें।

     

    (ए) वह स्थान जहां हिंसा के कारण असहयोग आंदोलन को बंद कर दिया गया था।                                                                                  (1)

     

    13.2 भारत के उसी दिए गए मानचित्र पर, निम्नलिखित का पता लगाएँ:

     

    (I) नामरूप थर्मल प्लांट                                                          (1)

    या

    नोएडा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क

     

    (II) राजा सांसी (श्री गुरु राम दासजी) अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा         (1)


    उत्तर.




        





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